आज यदि किसी सेक्टर में सबसे ज्यादा तनाव है तो उनमें से एक बैंकिंग सेक्टर है जहाँ बैंककर्मचारी की घटती संख्या मुख्य चिंता का विषय है वही दूसरी तरफ बैंककर्मचारीयो पर रोजाना काम के साथ क्रॉस सेल्लिंग का जबरदस्त दबाव भी है ।। आज बैंककर्मचारी का ज्यादातर समय बैंक में बीत रहा है वो अपने घर परिवार से दूर बैंक की 4*4 के केबिन में टारगेट के चक्रव्यूह में खुद को अवसाद की ओर ले जा रहे है ।।
जहाँ बैंक यूनियन केवल चंदे लेवि के समय जागती है उनको ये मतलब नही कि आज बैंककर्मचारी किस बीमारी से जूझ रहा है उन्हें तो बस आपके चंदे की रकम पर ऐश करना है ।।
#webankers उन परंपरागत यूनियन से एकदम अलग है , यदि हम बैंककर्मचारीयो के खुशी में शामिल होते है तो हम अपने बैंककर्मचारीयो के दुःख को अपना दुःख भी समझते है ,
श्री रमन मेहता जी आज उन बैंककर्मचारीयो के लिए आदर्श बन कर उभरे है जिन्होंने तनाव में खुश रहने का नुस्खा निकाल लिया है , हम उनके आभारी है जिन्होंने खुद के साथ तमाम बैंककर्मचारीयो के चेहरे पर से तनाव की पट्टी को हटा दिया और साबित कर दिया कि अगर आपमे हिम्मत है तो आप हर तनाव से बाहर आ सकते है ।।
Webankers की पूरी टीम रमन मेहता जी के इस सार्थक प्रयास को दिल से सलाम करती है ।।