आखिर मेंबर्स की जरूरत क्यो होती है, आइये आज इस पर विस्तार से ही चर्चा करते है ।।
बात आपके बचपन की कहानियों या दूरदर्शन पर आने वाले विज्ञापन से ही शुरू करते है ।।
कि कैसे एक शेर जब एक नील गाय को दौड़ाता है तो सभी नील गाय इक्कठा होकर झुंड बना लेते है और शेर को रास्ता तलाशना पड़ता है भागने का क्योकि वो 1 या 2 पर तो भारी पड़ सकता है लेकिन 100 पर नही
इसी तरह दूरदर्शन पर एक add आता था एक चिड़िया अनेक चिड़िया
गुगल में सर्च कर लीजिएगा
की कैसे एकता ने उन्हें जीत दिलाई
राजा महाराजा को हराया किसने मुहम्मद गौरी ने जिसे खुद उसके लोगो ने तड़ीपार कह कर भगा दिया था
पर भारत मे आकर उसने राजाओं को मिलाया, तब जाकर अन्य राजाओं पर विजय प्राप्त की
ये बात अलग है कि पृथ्वी राज चौहान ने जिसे बार बार हराने के बाद छोड़ा उसने उनको मौत के घाट उतारने से पहले जबरदसत पीड़ा दी थी
पर धिक्कार तो उस समय भी उन राजाओं पर ही था जो पीछे से तमाशा देख रहे थे ।।
यही हाल 1857 के संग्राम में भी हुआ , सबने बहादुरी का परिचय दिया पर सब अलग अलग लड़ रहे थे , एक साथ एक समय पर धावा बोलते तो 1947 का इंतजार नही करना होता ।।
इन सबसे क्या निष्कर्ष निकलता है कि दुनिया साथ रहने वालों को बहादुर बोलती है और पर्दे के पीछे खड़े लोगो को तमाशबीन कह कर पुकारती है ।।
We bankers भी आज कुछ इसी तरह से है ।। हम बैंककर्मी बदलाव चाहते हैं लेकिन बिना साथ दिए
हम चाहते है कि हमारे साथ काम करने वाले कर्मचारी को कोई बुरा भला न कहे पर कहा तो हम खड़े नही होंगे
हम चाहते है कि समय से ब्रांच निकले क्योकि बेटे के जन्मदिन के लिये केक लेना है पर कभी न खत्म होने वाला लॉगिन डे आ जाता है ।।
हम चाहते है we bankers लड़े लेकिन अपने बूते पर हम साथ नही देने वाले , जब किसी नतीजे पर पहुचेंगे ये we bankers वाले तब शामिल होंगे ।।
आखिर ऐसा कौन सा डर है जो जाता नही आपके दिलो दिमाग से
घर के पास तो वैसे भी नही हो तो ट्रांसफर से कैसा डर है
कठिन परीक्षा पास करके बैंक में आये हो जीरो बैलेंस वालो की गाली सुनने और वो काम सिखाएंगे जिनको एक जमा पर्ची खुद से भरने नही आती
एक होइए जरूरी नही we bankers के साथ ।।
जरूरी है अपने साथ के कर्मचारियों के साथ
जरूरी है अपने परिवार के साथ
जरूरी है बैंककर्मचारियो कि मान सम्मान के लिए जो आवाज उठाये उसके साथ ।।
मेम्बरशिप नही लेना मत लीजिये क्योकि हो सकता है कुछ आर्थिक दिक्कत हो
पर We Bankers के सभी सोशल मीडिया को फॉलो शेयर करने में कौन सा पैसा लगता है ।।
क्या आपको नही लगता सोशल मीडिया पर एक अच्छी संख्या बैंककर्मचारियो की आवाज को दूर तक पहुँचा सकती है ।।