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Thursday, July 8, 2021

आखिर क्यों टॉप 10 में किसी भी सरकारी बैंक का Apps नही है ।।

 


मेरे हमारे व ज्यादातर ग्राहको के मोबाईल में आपको

Paytm

Phonepe

Googlepay

Amazonpay

CRED

मिल जाएगा जबकि दूसरे तरफ इन कंपनियों के न तो कोई ऑफिस आपने देखा होगा न तो कोई कर्मचारी 


आप चाहे तो गूगल में टॉप 10 UPI एप्प्स लिख कर सर्च कर सकते है 


आखिर क्या वजह है कि ये प्राइवेट कंपनियां अपने व्यापार के साथ बैंकिंग में भी घुस रही है और अपनी मार्केटिग से टॉप 10 में है जबकि न तो कोई ऑफिस है न तो कर्मचारी और ग्राहको के मोबाईल में भी इनमें से ज्यादातर Apps मिल जाते है वही दूसरी तरफ बैंको की वर्षों से स्थापित ब्रांच कर्मचारी व सेवाओं को देने के बाद भी बैंक के Apps आपको ग्राहको के मोबाईल में नही दिखते ।।


क्या ये कारण हो सकते है-


क्या इन कंपनियों ने एडवरटाइजिंग में बहुत खर्च किया जिसे सरकारी बैंक ने अपने यहाँ कट कर दिया फालतू है कहकर


क्या इन Apps में जबरदस्त कैशबैक मिलता है जिस वजह से ग्राहको की ये पसंद बने रहते है 


रेफेरेल प्रोग्राम से क्या नए ग्राहक रोजाना बिना मेहनत के ये कंपनियां बना रही है


क्या एक apps में ही ये कंपनियां अब फ्री में आपको CIBIL स्कोर देने के साथ ही अन्य सुविधाएं जैसे अमेज़न फिल्पकार्ट पर डिस्काउंट दिलवा रही है


क्या इन कंपनियों के एप्प्स यूजर फ्रेंडली है और ग्राहको की फीडबैक पर एप्प्स में परिवर्तन किए जाते है तुरंत जिससे ग्राहको के हिसाब से बन सके ।।


इन वजहों के अतिरिक्त आखिर वो कौन सी अतिरिक्त वजह है जिनके कारण बिना आफिस बिना कर्मचारियों के ये कंपनियां बैंकिंग में घुसती जा रही है और क्या वजह है कि हमारे सरकारी बैंक ऐसे Apps नही बना पा रहे है या एडवरटाइजिंग नही कर पा रहे है जिससे ग्राहक खुद ही डाऊनलोड करके अपने घर मे सभी को सरकारी बैंक वाले एप्प्स दे ।। आज बैंको में ज्यादातर फ्रॉड भी इन एप्प्स के द्वारा हो रही है और ग्राहक बैंक आकर भी इन एप्प्स से ज्यादा बैंक को ही दोषी ठहराता है क्योकि बैंक में कर्मचारियों की कोई ऐसी ट्रेनिंग नही दी जाती जिससे इन ऑनलाइन ट्रांसक्शन को देख सके फ्रॉड को पता लगा सके , आज ज्यादातर ग्राहको के शिकायत में इन Apps का ही नाम है जिसे बैंककर्मचारि आधी अधूरी जानकारी में देख रहे है और ये प्राइवेट कंपनियां इन सब के उलट नए ग्राहक बना रही है केवल मार्केटिंग के कारण ।।


बैंक एम्प्लोयी का काम बैंकिंग करना है न कि ग्राहको के मोबाईल में एप्प्स डाऊनलोड करवाना , आखिर कब Apps के लिए सरकारी बैंको में टॉप लेवल कुछ ऐसा करेगा जिससे प्राइवेट Apps को टक्कर दे सके और कब बैंक की शाखाओं में कम से कम एक स्टाफ ऐसा नियुक्त किया जाएगा जो इन ऑनलाइन समस्याओं को सुलझाने में निपुण हो ।।


देश को डिजिटल करना है तो पहले डिजिटल की जानकारी वाले स्टाफ की भर्ती भी करो वरना ग्राहको की समस्याओं को आप एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर टहला कर उन्हें प्राइवेट की ओर जाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे ।।


#देश_बचाओ_बैंक_बचाओ

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