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Tuesday, May 4, 2021

प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ अन्य अधिकारियों को कोरोना के लॉकडाउन में बैंककर्मचारियों के संक्रमित व मौतों के बाद भी बैंको के खुला रखने पर We Bankers ने लिखा पत्र

 

सेवा में,

          श्रीमान माननीय मुख्यमंत्री महोदय,

          उत्तर प्रदेश,

          लखनऊ।

  

विषय - लॉकडाउन में कानपुर लखनऊ अन्य बड़े जनपदों में लॉकडाउन में बैंको को खुला रखने के संबंध में।


महोदय, 

           जैसा कि सर्वविदित है कि प्रदेश सरकार के द्वारा प्रदेश में कोरोना संक्रमण को कम करने और संक्रमण की चैन को तोड़ने के बहुउद्देश्यीय उद्देशय से प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है जो कि बहुत सुचारू रूप से अन्य प्रतिष्ठानो और विभागों में लागू भी हुआ पर प्रदेश के कुछ जनपदों जैसे कानपुर लखनऊ आदि बड़े जनपदों जहाँ संक्रमण अत्यधिक तेजी से फैल रहा है पर इन जनपदों में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के द्वारा जारी निर्देशो के बाद भी लॉकडाउन में भी बैंको को खोल गया जबकि इसी क्रम में प्रदेश के अन्य जनपदों जैसे मुजफफरनगर, आगरा, मेरठ, मथुरा, गाजियाबाद, हरदोई, कासगंज, रामपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर आदि जनपदों के माननीय जिलाधिकारी महोदय या अग्रणी जिला प्रबंधको के द्वारा मुख्य सचिव, राज्य स्तर बैंकर्स समिति (उप्र.) के पत्र संख्या - ल अ/एस एल बी सी/47/ कोविड-19:2020 दिनांकित 20-04-2021 का संज्ञान लेते हुए सभी बैंकों को बंद करने के निर्देश जारी किए जा चुके है और 1 मई और 3 मई 2021 दोनो ही दिन उक्त जनपदों में संक्रमण की चैन को तोड़ने के उद्देश्य से बैंको को बंद किये जाने का बहुत ही जरूरी फैसला लिया गया जो सराहनीय है क्योकि बैंको में सबसे ज्यादा आम जनमानस की आवाजाही हो रही है जबकि राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के द्वारा 15 मई तक कुछ नियत काम ही करने का निर्देश भी अपने 20-04-2021 के पत्र के द्वारा जारी किया जा गया है फिर भी बैंको में जनता की आवाजाही जारी है इसी कारण से उक्त जनपदों में बैंको को बंद करने के निर्देश जारी किए जा चुके है जबकि प्रदेश के बड़े जनपदों में जैसे कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, उन्नाव, आदि जनपदों में बैंको के बंद होने के निर्देश जारी नही किये गए है जिस कारण से उक्त जनपदों में बैंको को खोला जा रहा है जो कि बैंक स्टॉफ और आम जनमानस के लिए समस्या  कर  सकता है जबकि उक्त जनपदों में बहुत ज्यादा बैंक कर्मी संक्रमित है बैंको में स्टॉफ की भयंकर कमी है और इसी वजह से राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के द्वारा निर्धारित 50 फीसदी स्टॉफ उपस्थिति का रोस्टर ज्यादातर बैंको की शाखाओ में लागू ही नही हो पा रहा है और लगातार बैंक में कार्य व ग्राहकों से सीधे संपर्क में आने के कारण बैंक कर्मियो के संक्रमित होने के मामले बढ़ते ही जा रहे है और सैकड़ो बैंक कर्मचारी और उनके परिवार जन इसी बीच मे कोरोना के काल मे समा गए है और हमारे बीच नही रहे है इतनी कठिन परिस्थितियों के बाद भी बैंककर्मी हर बार की तरह ही अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे है और जबकि बैंको के प्रतिदिन सेनिटाइजेशन का नियम है और बैंको में कोई भी सेनिटाइजेशन का कार्य नही किया जा रहा है न ही प्रबंधन न ही जिला प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है और बैंके लगातार खुल रही है और बैंक में अगर कोई बैंक कर्मी पॉजिटिव निकल आता है तो भी बहुत ही मुश्किलों के बाद बैंक शाखाओ सेनिटाइजेशन किया जा रहा है और ऐसे केस निकलने के बाद भी बैंको की उक्त शाखाओ को बंद नही कराया जा रहा है न ही स्टॉफ की टेस्टिंग अनिवार्य रूप से कराई जा रही है ऐसी बहुत सी समस्याओं के बीच बैंक कर्मी  अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहे है ।

    अतः महोदय आपसे विनम्र अनुरोध है कि इस संकट की घड़ी में लॉकडाउन में जिन जनपदों के जिलाधिकारियों के द्वारा अपने अपने जनपदों में बैंको को बन्द किया जाने का निर्देश जारी नही किया गया है उन सभी जिलाधिकारी महोदय को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति उत्तरप्रदेश के द्वारा जारी निर्देश को लागू करवा कर बैंक शाखाओं को लॉकडाउन में बंद करवाने व सभी बैंक शाखाओं के नियमित सेनिटाइजेशन करवाने व बैंक स्टॉफ के लिए बैंक शाखाओं या अपने जिले के प्रशासनिक कार्यालयों में टीकाकरण आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने की कृपा करें ।


     आपकी महती अनुकंपा होगा।।







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