विधायक जी को पूरे देश के बैंककर्मचारीयो को चोर बोलना भारी पड़ गया , वीडियो वायरल हो रहा है ।। - We Bankers

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Thursday, April 15, 2021

विधायक जी को पूरे देश के बैंककर्मचारीयो को चोर बोलना भारी पड़ गया , वीडियो वायरल हो रहा है ।।

 


आजकल नेता जी सभी कामकाज छोड़ कर बैंककर्मचारी को बदनाम कैसे किया जाए इसके लिए वीडियो पार्ट 2 उसके बाद पार्ट 3 और न जाने क्या क्या बना रहे है ।।


नेता , नेता वो होता है जो भीड़ में आगे खड़ा होता है दोनों पक्षो की बात को समझता है , समय स्थान परिस्थितियों का अवलोकन करते हुए  तर्कपूर्ण बात करके अपने ज्ञान से सामने वाले को यदि गलत होता है तो उसे गलती का अहसास कराने के साथ सुधार के लिए प्रयत्न करता है ।।


एक मामूली मिया बीबी के विवाद को राजनीतिक रंग देने और बैंककर्मचारी दोषी है इसको साबित करने के लिए नेता जी वीडियो को एडिट करने में व्यस्त है ।। बस एक अच्छा काम किया कि कई बेरोजगारों को कमेंट करने के लिए नौकरी पर रख दिया ।।


अब वो बेरोजगार है तो आज क्यो है उसकी वजह भी वो खुद बता रहे है क्योकि बैंकिंग के B के बारे में भी उन्हें नही पता इसलिए वो ऐसी चीजों पर कमेंट कर रहे है जिसकी पढ़ाई हर सरकारी स्कूल में कराई जाती है ।।


हम आभारी है आप सभी लोगो के कमेंट को देख कर की कितने लोगों को चेक़ बुक बैंकिंग के नियमों के बारे में पता ही नही है , कितने ग्राहक तो बोलते है जब हम सामने खड़े है तो पासबुक की क्या जरूरत है , कितने ग्राहक मोबाईल पर पासबुक दिखा कर पैसा मांगते है और न देने पर बैंककर्मचारी पर डिजिटल इंडिया को न मानने का आरोप लगा कर बाहर देख लेने की धमकी भी देते है ।।


हम आभारी है जिन्हीने वीडियो में देखा कि अत्यंत सुरक्षा की जगह यानी बैंक में गार्ड नही होते है , उनकी भर्तियां नही की जाती इसके लिये भी नेता जी 2 शब्द बोल सकते थे , एक बैंककर्मचारी दिन भर न जाने ऐसे कितने ग्राहको से जूझता है जिनके मोबाईल में अमेज़न प्राइम का सब्सक्रिप्शन पड़ा होता है पर बैलेंस पता करने के लिए लाइन में लगे होते है , उन्हें अमेज़न pay , Phonepe, Googlepay के ऐड में लड़की याद रहती है लेकिन उससे पैसा भी पता चलता है घर बैठे इसके लिए नेता जी इन बेरोजगारों की मदद से कैम्प लगा कर आम जनता को बताते तो सरकारी बैंको पर अनावश्यक भीड़ कुछ कम जरूर होती ।।


हमारे माननिय प्रधानमंत्री जी के वीडियो को नेता जी शेयर करते है पर देश की बैंकिंग व्यस्था को डिजिटल ले जाना है उसके लिए नेता जी किसी भी वीडियो को आजतक शेयर नही किया न ही कोई प्रयास दिखा , यदि आज इनके क्षेत्र में मोबाईल इंटरनेट बैंकिंग जन जन के पास होती तो आज महिला को तुरंत मोबाईल में पता चल गया होता कि उसके एकाउंट से पैसे कम हुए ।।



बैंक में कैश पेमेंट के लिए RBI ने 2 व्यवस्था रखी है जिसमे withdrwl form और चेक़ बुक , विठ्द्राल फॉर्म में पासबुक के साथ ग्राहक को स्वम् आना पड़ेगा तभी पैसा निकलता है व चेक बुक में स्वयं के साथ बेअरर चेक पर किसी को भी 

जी हां किसी को भी जिसका payee में नाम लिखा है उसे पैसा देने को RBI बोलता है , इस मियां बीबी के विवाद में मननीय नेता जी व उनके समर्थक बार बार यही कह रहे है कि फ्रॉड हुआ है तो जब खुद कह रहे है कि 95% दस्तखत मिल रहा है तो फ्रॉड कैसे हुआ 


एक कमेंट में उनके समर्थक ये हवाला दे रहे है कि इनके viewes ज्यादा है इसलिए नेता जी सही है तो ऐसी बात है तो #webankers ने जो आम जनता के लिए ज्ञानवर्धक वीडियो डाला नेता जी का ही वो तो इससे कई मिलियन ज्यादा views है ।।


फिर नेता जी कह रहे है कि महिला के साथ बदतमीजी हुई इसलिए उनको आना पड़ा तो सोशल मीडिया के जमाने मे कोई पब्लिक सर्वेंट बदतमीजी करे और आम ग्राहक विरोध न करे जैसा कि विवेक भी बोल रहा है कि आप ग्राहको से पूछ लें तो नेता जी आपका ये दावा भी गलत साबित हुआ ।।


आपने ये सब तो बोला लेकिन कही ये नही बोला कि उस शाखा या आस पास की शाखा में कितने बैंक में कितने स्टाफ है पर हम बता देते है कि औसतन 2 से 3 स्टाफ से ज्यादा किसी भी ग्रामीण शाखा में नही है ।। अब यदि 300 ग्राहक रोजाना आ रहे है और प्रति स्टाफ 100 ग्राहक है एक दिन में तो आप बताइये नेता जी क्या एक बैंककर्मचारी 100 लोगो को संतुष्ट कर पायेगा फिर भी बैंककर्मचारी करता है क्योकि उसका चयन ही इसलिए बैंक में होता है क्योकि वो इसमे exam पास करके आया होता है ।।


अब आप कहते है कि बैंककर्मचारी की मिलीभगत के बैंक में कोई फ्रॉड नही हो सकता , इसका मतलब मोबाईल में फ़ोन करके OTP पूछने वाला कह रहा है कि मैं बैंक मैनेजर बोल रहा हू तो आप इसी आधार पर कह रहे है होंगे , गलती आपकी नही क्योकि अगर ऐसा होता तो अमिताभ बच्चन को भी आकर न कहना पड़ता कि KBC से 25 लाख वाला फ़ोन मैं नही करता ।।अब जब RBI विज्ञापन देकर कहती है कि OTP न बताओ, थर्ड पार्टी अप्प मत डाऊनलोड करो , फ्री के लालच में इधर उधर अपनी डिटेल मत दो तब तो मानेंगे नही और कुछ फ्रॉड हो जाये तो बयान आपका है ही


बैंककर्मचारी की मिलीभगत के बैंक में कोई फ्रॉड नही हो सकता ।।


हम बैंककर्मचारी भी इंसान है , कभी हजारों में कोई एक गलती हो सकती है तो 1 गलती को आधार न बना कर 999 जो सही किया उस पर फोकस करते तो अच्छा माना जाता और उस एक गलती के पीछे के कारणों को जानने की कोशिस करते और सुधार लाते तो अच्छा होता 


पर आप तो 999 सही काम को किनारे करके यदि 1 काम गलत हुआ तो सर्टिफिकेट बॉटने लगे कि बैंककर्मचारी चोर है , आप तो वकील जज और न जाने क्या क्या बन गए और उन बेरोजगार लोगो को कमेंट पर लगा कर उनकी बेरोजगारी का मजाक बना रहे है ।। 


यदि आप नेता है तो विधानसभा में प्रश्न उठाइये की बैंक में कर्मचारियों की संख्या को क्यो न बढ़ाया जाए 


आप DFS के साथ बैंक को पत्र लिखिए की बैंक में लोगो की भर्ती की जाए जिससे एक बैंककर्मचारी को ग्राहक को सुन पाए व उनकी समस्याओं को हल कर पाए 


ऐसा करेंगे तो आप लाखो लोगो को रोजगार देंगे जिसके ऋणी वो हमेशा रहेंगे और आम जनता ग्राहक को भी बैंककर्मचारी अच्छी सर्विस दे पाएंगे ।।

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